असबाबे हिन्दुस्तान
प्रयागराज , मुख्य संवाददाता दबीर अब्बास। माहे मोहर्रम की आठवीं पर दिन भर अज़ाखानों मे हुसैनी लश्कर के अलमबरदार ग़ाज़ी अब्बास की शहादत का ज़िक्र हुआ।अज़ाखानों मे ओलमा ने हज़रत अब्बास की शहादत का तज़केरा किया।सुबहा से देर रात तक कहीं मजलिस हुई तो कहीं दस्तरख्वान सजा कर नज़रो नियाज़ दिलाई गई।चक इमामबाड़ा डीप्यूटी ज़ाहिद हुसैन मे अशरे की आठवीं मजलिस को मौलाना सय्यद रज़ी हैदर साहब क़िबला ने खिताब किया।मजलिस से पहले मर्सियाख्वान नज़र अब्बास खाँ ने सोज़ व सलाम पढ़ा।मजलिस के फौरन बाद शबीहे ज़ुलजनाह व एक दर्जन अलम मुबारक भी ज़ियारत को निकाला गया।हाय सकीना हाय प्यास कघ सदाओं के बीच हज़ारों की संख्या मे मौजूद अक़ीदतमन्दों ने ज़ुलजनाह का बोसा लिया व अलम मुबारक कि ज़ियारत की।फूल माला चढ़ा कर मन्नतें व मुरादें भी मांगीं।अन्जुमन हैदरिया रानीमण्डी के नौहाख्वान हसन रिज़वी व साथियों ने पुरदर्द नौहा पढ़ा।नय्यर आब्दी ,अरशद नक़वी ,सफी नक़वी के आवास पर हज़रत अब्बास की नज़्र दिलाई गई और लोगों ने दस्तरख्वान पर नज़रे मौला चखा।
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