असबाबे हिन्दुस्तान
प्रयागराज, निजी समाचार जैक सेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष सिराज खान ने प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी जी को पत्र लिखकर कहा है कि वाराणसी में ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर बहुत ही उथल, पुथल मची हुई है। जिसके कारण देश में सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ सकता है तथा इससे हिंदू मुसलमानों के बीच में नफरत पैदा हो रही है। जबकि ज्ञानवापी मस्जिद का मसला अब नहीं उठाना चाहिये था श्री सिराज ने कहा कि एक कानून बनाया गया था प्लेस आफ वरशिप एक्ट 1991 इस कानून में साफ कहा गया है कि 15 अगस्त 1947 से देश में किसी भी पूजा किये जाने के स्थान को जो धार्मिक रूप है इस तारीख के बाद उसे बदला नहीं जा सकेगा साथ ही इस एक्ट में यह भी तय किया 15 अगस्त 1947 के बाद देश के किसी न्यायालय में किसी पूजा स्थल के धार्मिक जंत्र को बदलने के लिए लंबित या चल रहे विवाद को वाइट या निरस्त किया जा सके। जिससे आगे किसी कानूनी कार्यवाही की आवश्यकता नहीं होगी। परंतु इस कानून के होने के बावजूद लगातार कुछ संगठन द्वारा ज्ञानवापी मस्जिद मथुरा ईदगाह का मसला उठाया जा रहा है जिससे हिंदू मुसलमानों के बीच नफरत फैल रही है तथा सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ रहा है जबकि प्लेस आफ वरशिप एक्ट भी राजनीतिक दल या सामाजिक दल किसी स्थल का धार्मिक रूप बदलने का प्रयास करता है तो यह अधिनियम उसे ऐसा करने से रोकता है। परंतु फिर भी ऐसा कुछ लोगों द्वारा किया जा रहा है जो कि गलत है। इस कानून बनने के बाद क्या न्यायालय इस पर कोई आदेश पारित कर सकता है किसी धार्मिक स्थल को लेकर या कोई भी राजनीतिक दल या सामाजिक संस्था इसको लेकर आवाज उठा सकती है यह एक सवाल है श्री सिराज ने प्रधानमंत्री से अपील की है कि देश की एकता और अखंडता कायम रहे संप्रदायिक सद्भाव बना रहे नफरत का माहौल खत्म हो सके इसको लेकर वह जनता को सही दिशा निर्देश देने पर विचार करें तथा श्री सिराज ने कहा कि प्रधानमंत्री को चाहिए कि वह नफरत को खत्म कर आपसी भाईचारा बनाए रखने की अपील करें।
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