असबाबे हिन्दुस्तान
प्रयागराज / निजी समाचार। देश के पाँचवे प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की 119 वीं जयन्ती महानगर कार्यालय चौक मे सपाईयों ने उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर किसान दिवस के रुप मे मनाई।महानगर अध्यक्ष सै०इफ्तेखार हुसैन की अध्यक्षता और महानगर महासचिव रवीन्द्र यादव रवि के संचालन मे गोष्ठी आयोजित कर उनके व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला गया।श्री इफ्तेखार ने उनका जीवन परिचय देते हुए बताया की 23 दिसम्बर 1902 को पिता चौधरी मीर सिंह के नूरपुर गाँव तहसील हापुड़ जनपद गाजियाबाद मे फूस के छप्पर मढ़ैया मे जन्म लेने वाले चौधरी चरण सिंह मे बाल अवस्था मे ही उनके पिता के नैतिक मुल्यों की विरासत समा गई थी।आगरा विश्वविद्यालय से कानून की शिक्षा लेकर 1928 मे इमानदारी साफगोई और कर्तव्यनिष्ठा पूर्वक गाजियाबाद से वकालत प्रारम्भ की।1930 मे गाँधी जी के साथ सविनय अवज्ञा आंदोलन के तहत नमक कानून तोड़ने का आह्वान किया।गाजियाबाद की सीमा पर बहने वाली हिण्डन नदी पर नमक भी बनाया। 9 अगस्त 1942 को अगस्त क्रांति के माहौल मे भूमिगत हो कर गाजियाबाद ,हापुड़ ,मेरठ ,सवाना ,सरधना ,बुलन्दशहर के गाँवों मे गुप्त क्रांतिकारी संगठन तय्यार कर अंग्रेज़ी हुकूमत से लोहा लिया।जीवन संगनी गायत्री देवी के संग चौधरी चरण सिंह ने अपने पुत्र चौधरी अजीत सिंह मे भी वही संस्कार डाले।आज उनके पौत्र चौधरी जयन्त चौधरी अपने दादा की विरासत को सम्भाल कर किसानो के हक़ मे अगुवा की भूमिका निभा रहे है।
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