असबाबे हिन्दुस्तान
प्रयागराज, निजी समाचार। ग्लास फैक्ट्री पंतरवा स्थित डा. भीमराव अम्बेडकर बुद्ध विहार में प्रबुद्ध फाउण्डेशन और देवपती मेमोरिय ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में चलायी रही प्रथम प्रस्तुतिपरक शीतकालीन बहुजन रंग कार्यशाला में प्रयागराज के अलग-अलग क्षेत्रों एवं परिवेशों से आये कुल 21 बच्चे प्रतिभाग कर रहे हैं जिन्हें नृत्य गायन एंव नाटक की विविध कला विधाओं की बारीकियां सिखायी जा रही है जहाँ आज 'दलित रंगमंच: दशा एवं दिशा' विषयक व्याख्यान का कार्यक्रम किया गया। व्याख्यान देते हुए रंग कार्यशाला के संयोजक रंग निर्देशक रंगकर्मी रामबज गौतम ने कहा कि सुविधाविहीन दलित बच्चों को उचित मंच नहीं मिल पाता, नामी गिनाम सांस्कृतिक मंच भी दलित बच्चों पर ध्यान न देकर पहले से कुछ न कुछ पारंगत कलाकारों को ही मंच प्रदान करते हैं जबकि रंगमंच की विधाओं की उत्पत्ति ग्रासरूट समाज से ही माना जाता है।

उत्तर मध्य रेलवे के सहायक लेखा परीक्षा अधिकारी राजेश चौधरी और अशोक गुप्ता ने प्रबुद्ध फाउण्डेशन के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए कहा कि भले ही दलित समाज को राजनैतिक बराबरी मिल चुकी है लेकिन सामाजिक सांस्कृतिक बराबरी से हम बहुत दूर है। तथाकथित शिक्षित वर्ग भी इस सामाजिक असमानता के लिए काफी हद तक जिम्मेदार है। स्वार्थी लोगों ने समानता प्रदान करने वाली दलित संस्कृति का विनाश किया है। हमें इसे पुनः पुनर्जीवित एवं मजबूत करना होगा तथा इस दिशा में पाउण्डेशन एक मजबूत कड़ी के रूप में कार्य कर रहा है। बुद्ध विहार के अध्यक्ष मुन्नीलाल बौद्ध ने बताया कि सुविधओं के अभाव में रहते हुए भी दलित समाज के 21 बच्चों में निहित नैसर्गिक प्रतिभा पर खुशी जाहिर करते हुए उनके साहस एवं हिम्मत की सराहना की। दूर दराज इलाकों से आये 21 बच्चे पड़ रही इस भीषण हड्डी तोड़ ठण्ड में भी शाम 04-07 बजे तक पूरे तीन घण्टे प्रतिदिन कार्यशाला में ठण्ड से लड़ते हुए रंगमंच की विभिन्न विधाओं की दुनिया से सराबोर हो रहे है। इस शीतकालीन कार्यशाला का प्रबन्ध/निर्देशन उच्च न्यायालय के अधिवक्ता रंगकर्मी रामबृज गौतम द्वारा किया जा रहा है। शीतकालीन रंग कार्यशाला का समापना आधा दर्जन से अधिक एकांकी नाट्य प्रस्तुतियों (नाटक, गीत एवं नृत्य) द्वारा राष्ट्र माता सावित्री माई फुले की 191 वीं जयन्ती की पूर्व संध्या पर आगामी दिनांक 02.01.2021 को शाम 5:30 बजे से उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र के प्रेक्षागृह में किया जायेगा। इन मुख्य प्रस्तुतियों में जीवन के रंग, चश्मा, पाखण्डवाद, नशा मुक्ति, बेटी और परिवर्तन का महानायक जैसे एकाकी नाटक मुख्य आकर्षण के केंद्र रहेगें।
राजू राव, शशि सिद्धार्थ, लोकनाथ, हिमांशु जैसवार, रजत, साहिल सिंह, अभिषेक, इशांत, श्रेष्ठ, अभय, अजीत, हुसैन, रिया, आँचल, एलआर हर्षिता, सुषमा, करीना, शालू, प्रज्ञा रश्मि गौतमआदि उपस्थित रहे।
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