असबाबे हिन्दुस्तान
प्रयागराज, निजी समाचार। जैक सेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष सिराज खान ने विपक्षी पार्टियों के अध्यक्षों सोनिया गांधी, अखिलेश यादव, मायावती, शरद पवार, उद्धव ठाकरे, मम्ता बनर्जी, तथा कम्युनिस्ट पार्टी के अध्यक्ष को पत्र लिखकर नफरती माहौल पैदा करने वालो के खिलाफ आवाज उठाने की मांगकी। श्री सिराज ने अपने पत्र में कहा कि भारत में कई वर्षों से नफरती माहौल पैदा किया जा रहा है जिससे देश की संस्कृति एवं लोकतंत्र समाप्त हो रहा है धर्म के नाम पर इतनी नफरत पैदा की जा रही है एक धर्म के लोग दूसरे धर्म के लोगों को अपना दुश्मन मानने लगे हैं धर्म के नाम पर राजनीति की जा रही है धर्म के नाम पर वोट लेने का प्रयास किया जा रहा है धर्म को सत्ता हासिल करने का कुछ राजनीतिक दलों ने माध्यम बना लिया है राजनीतिक पार्टी धर्म के नाम पर राजनीति कर रही है पहला भारतीय जनता पार्टी दूसरा ए आई एम आई एम। सत्ता में बैठी भारतीय जनता पार्टी के लोग चाहे वह मुख्यमंत्री हो या मंत्री विधायक सांसद या नेता तथा कुछ हिंदूवादी संगठन धर्म के नाम पर जहर उगलने का काम कर रहे हैं लगातार एक धर्म के लोगों को उनके धर्म के खिलाफ बातें कर रहे हैं भड़काऊ बयान दे रहे हैं जिससे देश की एकता और अखंडता को खतरा उत्पन्न हो गया है। दूसरा असदुद्दीन ओवैसी तथा उनकी पार्टी एम आई एम के नेता धर्म के नाम पर राजनीति कर रहे हैं जो मन में आ रहा है बयान दे रहे हैं जिससे आपसी कटुता बढ़ रही है तथा सांप्रदायिक सौहार्द बर्बाद हो रहा है यही कारण है कि कभी लव जेहाद के नाम पर कभी बीफ के नाम पर कभी नमाज के नाम पर कभी कोरोना फेलाने के नाम पर कभी जय श्री राम जबरदस्ती बुलवाने के नाम पर तथा अनेक मुद्दे बहाना को लेकर एक विशेष धर्म के लोगों मुसलमानों की हत्या की जा रही है उन्हें प्रताड़ित करने का काम किया जा रहा है जो भारत की एकता और अखंडता संप्रदायिक सद्भाव लोकतंत्र व संविधान के हित में नहीं नहीं है। यदि इस पर लगाम नहीं लगाया गया तो आने वाले समय में स्थिति बद से बदतर हो जाएगी सभी विपक्षी राजनीतिक पार्टियां नफरत फैलाने वालों के विरुद्ध आवाज नहीं उठा रही तथा जो नफरत भरे बयान दे रहे हैं और एक धर्म विशेष के लोगों की किसी न किसी बहाने हत्या कर रहे हैं मारपीट कर रहे हैं और प्रताड़ित कर रहे है उनके खिलाफ विपक्षी पार्टियां नहीं बोल रही है तथा विपक्षी पार्टियों द्वारा उनके खिलाफ कोई आंदोलन नहीं चलाया जा रहा है जबकि विपक्षी पार्टियां एक धर्म विशेष मुसलमानों का वोट भी लेना चाहती परंतु इनके पक्ष में खड़ी नहीं हो रही है ऐसे में मुसलमान विपक्षी पार्टियों को क्यों वोट दें यदि विपक्षी पार्टियों को मुसलमानों के वोट की आवश्यकता है तो सभी पार्टियों को मिलकर मुसलमानों के हित में आवाज उठानी होगी नहीं तो मुसलमान चुनाव का बहिष्कार क्यों न करें यदि हिंदू-मुस्लिम करके ही सत्ता हासिल कुछ पार्टियां करना चाहती हैं तो देश की एकता अखंडता व भाईचारा बरकरार रहे इसलिए मुसलमानों को वोट के अधिकार से ही वंचित क्यों न रखा जाए श्री सिराज ने सभी विपक्षी पार्टियों को एकजुट होकर नफरत फैलाने वालों के विरुद्ध लड़ने की अपील की है
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