शनिवार, 7 अगस्त 2021

बहुजन एकता की मशाल मण्डल कमीशन को किया गया याद

 असबाबे हिन्दुस्तान

प्रयागराज, निजी समाचार बहुजन समाज पार्टी के मण्डल सेक्टर प्राभारी रंग निर्देशक उच्च न्यायालय के अधिवक्ता रामबृज गौतम ने मण्डल कमीशन (07 अगस्त 1990) की 31वीं वर्षगांठ पर एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि आज ही के दिन यानी 07 अगस्त 1990 को मण्डल कमीशन लागू हुआ था परन्तु संविधान के जिस अनुच्छेद 340 के तहत यह बना उसे बबसाहेब ने बनाया और इसके लागू ना होने पर नेहरू की कैबिनट से भी त्यागपत्र दे दिया था। इसे लागू कराने के लिए 10 व 11 अगस्त , 1985 से  मा. कांशीराम के नेतृत्व में बामसेफ, डीएस-4 और बसापा ने मिलकर पूरे भारत में पाँच सेमिनार और 500 सिंपोज़ियम किए। मण्डल कमीशन के सन्दर्भ में संसद के सामने बोट क्ल्ब पर मण्डल कमीशन लागू कराने के पक्ष में धरना दे कर गिरफ्तारियां भी दी गयी बाद में 1992 और 1993 में भी मान्यवर कांशीराम यह आंदोलन चलाते रहे। मण्डल कमीशन की संकल्पना और उसे लागू कराने के लिए दबाव बनाने की नीव में बाबासाहेब आंबेडकर एवं मान्यवर कांशीराम को अवश्य याद कर उनको साधुवाद अवश्य देना चाहिये नहीं तो यह अकृतज्ञता और इतिहास की अनदेखी होगी। आज सर्वसामाज की राजनीति पर बात करे तो बीएसपी के अलावा सर्वसामाज के पास कोई विकल्प नही है। बीएसपी का नेटवर्क बीएसएनएल की तरह कश्मीर से कन्याकुमारी तक मजबूत है। बूथ से लेकर मण्डल तक के पदाधिकारियों को सिर्फ जरूरत है तो ईमानदारी से काम करने की।


अभी आचार संहिता लगने में चार महीने शेष है। समय के अन्दर प्रत्येक बूथ का निर्माण और उसे संगठित कर लेना है क्योंकि वर्तमान केन्द्र की सरकार कब तीसरी लहर ला दे कुछ कहा नहीं जा सकता। क्योंकि तीसरी लहर में दुश्मन से लड़ने के लिए हमारे पास कोई विकल्प नही है क्योंकि वर्तमान सरकार जैसे नोटबंदी किया उसी तरह कल वोट बंदी कर देंगे इसकी क्या गारंटी? व्यक्तिगत मतभेद भूलकर सर्वसामाज के बीच मे जाना है और बहनजी के पूर्व कार्यकाल की उपलब्धियों को बताते हुये बीएसपी जैसी तीसरी सबसे बड़ी राष्ट्रीय पार्टी बसपा के बड़े प्लेटफार्म पर सर्वजन को लाकर एक करना है। पांचवी बार बहनजी को प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाकर सर्वसामाज का कल्याण, भलाई करना है। सौ पार्टियां व अन्य संघटन बनाने से कुछ हासिल होने वाला नही है बल्कि इससे हम मनुवादियों का काम और असान कर रहे है। आपस में लङकर अपने ही वोटों का बंटवारा करके हम कभी भी जीत हासिल नही कर सकते। मेरे बहुजन समाज के लोगों एक बात हमेशा याद रखना मान्यवर मसीहा कांशीराम साहब की बनाई हुई सिर्फ एक ही पार्टी है बहुजन समाज पार्टी।

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