प्रयागराज में सोलर सिटी योजना का हो कुशल कार्यान्वयन, प्रादेशिक नीतियों में नागरिकों के बीच न हो भेदभाव
असबाबे हिन्दुस्तान
प्रयागराज/मुख्य संवाददाता दबीर अब्बास। 27 जुलाई 2021 को दिन में 2 बजे से सिविल लाइन्स, प्रयागराज स्थित प्रेस क्लब में सूरज से समृद्ध उत्तर प्रदेश अभियान के अंतर्गत एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया. इस प्रेस वार्ता को मुख्य रूप से इलाहाबाद उच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता एडवोकेट के के रॉय, सामाजिक कार्यकर्ता एवं कवि श्री अंशु मालवीय, क्लाइमेट एजेंडा के प्रतिनिधि रवि शेखर और उम्मीद संस्था के अध्यक्ष रवि कुमार लेखक ने संयुक्त रूप से संबोधित किया. इस अवसर पर अभियान की ओर से उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के लिए सौर ऊर्जा के विषय पर लाखों लोगों के समर्थन से तैयार हुए जन घोषणा पत्र को जारी किया गया. ।
सौर ऊर्जा के अधिकतम संभव उपयोग को सुलभ बनाये जाने के सन्दर्भ में जारी इस जन घोषणा पत्र के प्रमुख बिन्दुओं के बारे में बताते हुए अभियान के प्रतिनिधिगण ने बताया: यह जन घोषणा पत्र प्रयागराज समेत यूपी के चार अन्य सोलर शहरों में योजना के कुशल और समयबद्ध अनुपालन की मांग करता है. साथ ही, प्रदेश की भौगोलिक और सांस्कृतिक संरचना के आधार पर योजना के विस्तार की मांग और वर्तमान में सरकार द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी को न्यूनतम 50 फीसदी तक बढाने की मांग भी घोषणा पत्र में प्रमुखता से उठाई गयी है. यह जन घोषणा पत्र प्रयागराज समेत उत्तर प्रदेश के तीर्थ, पर्यटन, उद्योग, पर्यावरण को समृद्ध करने और नौजवानों के लिए सौर ऊर्जा क्षेत्र में रोजगार की संभावना को मजबूत करने के लिए इसके अधिकतम उपयोग को बढ़ावा देने पर केन्द्रित है. ।
सूरज से समृद्ध उत्तर प्रदेश अभियान के प्रतिनिधियों ने कहा: कोविड महामारी ने भारत में करोड़ों लोगों को प्रभावित किया है और उत्तर प्रदेश सबसे कठिन परिस्तिथियों से गुजरने वाले राज्यों में से एक है। बहुत कम समाधानों के साथ बेरोजगारी दर आसमान छू रही है। मेरठ, कानपुर, लखनऊ, आगरा जैसे अधिक ऊर्जा खपत वाले शहरों को सोलर शहर योजना का हिस्सा बना कर और सभी चुने गए शहरों में इस योजना का कुशल क्रियान्वयन कर के प्रदेश की अर्थ व्यवस्था में निवेश और सुधार की शानदार संभावना बनाई जा सकती है. शहरों में रूफटॉप सोलर इंस्टॉलेशन योजना बेरोजगार युवाओं के लिए बड़ी संख्या में रोजगार पैदा करेगी, साथ ही कोयला आधारित बिजली घरों से आने वाले प्रदूषण और इन बिजली घरों को मिलने वाली सालाना अरबों रुपये की सब्सिडी से छुटकारा पाना भी संभव होगा. ।
ज्ञात हो कि 25 जून 2020 को, उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा सोलर शहर योजना की घोषणा की गयी थी, जिसमे प्रदेश के चार अन्य शहरों, अयोध्या, वाराणसी, गोरखपुर, मथुरा के साथ साथ प्रयागराज को भी शामिल किया गया था. अभियान की यह मांग है कि कम से कम।4 अन्य शहरों, कानपुर, लखनऊ, आगरा और मेरठ को भी इस योजना का हिस्सा बनाया जाए।
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