प्रयागराज, माघ मेला क्षेत्र में प्रशासन के सत्संग पंडाल में, मातृ- स्नेह फाउंडेशन एवम् नारी उत्थान समिति के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित 'गंगा संरक्षण संगोष्ठी एवं अखिल भारतीय काव्य सम्मेलन' का आयोजन हुआ।मुख्य अतिथि श्री आर एस वर्मा पूर्व आयुक्त रहे। कार्यक्रम में सर्वश्री राम लोचन सांवरिया,जया मोहन,ललिता नारायणी,केशव सक्सेना,आभिशेक केसरवानी रवि, एस पी श्रीवास्तव,अश्विन राम इश्क,अशोक श्रीवास्तव,नंदिता एकाकी,महेश चंद्र शर्मा सन्यासी,नजर इलाहाबादी,अच्युतानंद जायसवाल, आर्य शेखर जल योद्धा,आदि ने बहुत सुंदर रचनाएं पढ़ी और सुंदर वक्तव्य दिए। काव्य गोष्ठी की खास बात यह रही कि लगभग सभी ने गंगा मैया पर ही कविताएं सुनाई,किसी ने नमामी गंगे गीत गाया ,किसीने गंगा की महिमा पर रचना सुनाई,किसी ने गंगा को निर्मल और साफ सुथरा बनाए रखने पर जोर दिया तो किसी ने कुंभ और माघ मेले का बखान भी किया।
मुख्य अतिथि ने इस मौके पर कहा कि गंगा हम सबकी जीवन दायनी है और यह माना जाता है कि गंगा तव दर्शनार्थ मुक्ति ,अर्थात गंगा जी का दर्शन मात्र करने से ही मानव की मुक्ति संभव है।गंगा जल में वह शक्ति है जो हमें मुक्ति प्रदान कर सकती है।गंगा जितनी निर्मल और स्वच्छ होगी, हमरे लिए उतनी ही कल्याणकारी और प्रभावशाली रहेगी।अत: हम सबको मिलकर गंगा को स्वच्छ ,निर्मल और प्रदूषण मुक्ता रखना होगा। नाले और सीवर को गंगा में गिरने से हर हालत में रोकना होगा। हमे गंदे सूखे फूल ,पूजन सामग्री या गंदगी गंगा जी में नहीं डालनी चाहिए।
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